कभी रो दू तो बाहों में भर लेना,
कभी लड़खड़ा जाऊ जीवन के
सफर में तो संभाल लेना...
कभी लड़खड़ा जाऊ जीवन के
सफर में तो संभाल लेना...
कभी खो जाऊ जिंदगी में तो
खोज लेना कभी बदल जाऊं,
तो रोक लेना बदलने से कभी
अकेला पड़ जाऊ तो हाथ थाम लेना। मेरा
कभी गलती कर दूं तो
माफ कर देना उन गलतियों को लेकर
कभी जो लई तुमसे तो मना लूंगा तुम्हें...
पर मुँह मत फेरना जो
कभी गुस्से से चिल्ला दूं तो दो चार
बाते तुम भी बोल लेना पर खामोश ना रहना...
तुम्हारी खामोशी ज्यादा बेचैन करती हैं
थोड़ी नादान हो ना समझ हैं तुम कभी मेरा साथ ना छोड़ना...