Superhit Gazal मोहब्बत गजल हिंदी
दोनों जहाँन तेरी मुहब्बत में हार के
वो जा रहा है कोई शब-ए-गम गुजार के।
वो जा रहा है कोई शब-ए-गम गुजार के।
वीरा है मयकदा खुम-ओ-सागर उदास है
तुम क्या गए कि रूठ गए दिन बहार के।
इक फुर्सत-ए-गुनाह मिली वो भी चार दिन
देखें हैं हमने हौसले परवरदिगार के।
दुनियाँ ने तेरी याद से बेगाना कर दिया।
तुम से भी दिल फरेब हैं गम रोजगार के
भूले से मुस्कुरा तो दिए थे वो आज फैज़
मत पूँछ वलवले दिल-ए-न कर्दा कार के।
********************
दो रात का मेहमान था दिन में निकल गया
रुत की नयी हवा के संग रस्ता बदल गया
उस के मिजाज का ना मुझे तब गुमान था
खिलती कली को देख कर भंवरा मचल गया
टुटे हुए दिल की खबर फैली मेरी गली
उड़ती हुई खबरों से फिर आँसू निकल गया
दिल को यक्री दिलाने में लगते है कई साल
ठोकर लगी आँखें खुली तब दिल संभल गया.
भरने लगे हैं जख्म अब ताजा हवा चली
मायूसी के बादल छंटे मौसम बदल गया
***************************
Superhit Gazal मोहब्बत गजल हिंदी
जिंदा रहने की ये तरकीब निकाली मैंने
अपने होने की ख़बर सब से छुपा ली मैंने।
जब ज़मीं रेत की मानिंद सरकती पाई
आसमाँ थाम लिया जान बचा ली मैंने।
अपने सूरज की तमाज़त का भरम रखने को
नर्म छाँव में कड़ी धूप मिला ली मैंने।
एक लम्हे को तेरी सम्त से उठा बादल
और बारिश की सी उम्मीद लगा ली मैंने।
बाद मुद्दत मुझे नींद आई बड़े चैन की नींद
ख़ाक जब ओढ ली जब ख़ाक बिछा ली मैंने।
जो 'अलीना' ने सर-ए-अर्श दुआ भेजी थी
उसकी तासीर यहीं फर्श पे पा ली मैंने।
**************************
कदमों को ठहरने का हुनर ही नहीं आया
सब मंजिलें सर हो गई घर ही नहीं आया।
थी तेग़ उसी हाथ में कातिल भी वही था
जो हाथ की मकतल मे नजर ही नहीं आया।
घर खोद दिया सारा खजाने की हवस में
नींव आ गई तहखाने का दर ही नहीं आया।
क्या शाख़ों पे इतराईए क्या कीजे गुलों का
पेड़ों पे अगर कोई समर ही नहीं आया।
सौ ख़ौफ़ ज़माने के सिमट आए हैं दिल
में बस एक खुदा पाक का डर ही नहीं आया।
*********************************
हमको तो गर्दिश-ए-हालात पे रोना आया
रोने वाले तुझे किस बात पे रोना आया।
जी नहीं आप से क्या मुझको शिकायत होगी
हाँ मुझे तल्खी-ए-हालात पे रोना आया।
कैसे मर-मर के गुजारी है तुम्हें क्या मालूम
रात भर तारों भरी रात पे रोना आया।
कितने बेताब थे रिमझिम में पिएँगे लेकिन
आई बरसात तो बरसात पे रोना आया।
' सैफ ' ये दिन तो कयामत की तरह गुजरेगा।
जाने क्या बात थी हर बात पे रोना आया।
****************************
करीब मौत खड़ी है ज़रा ठहर जाओ
कज़ा से आँख लड़ी है ज़रा ठहर जाओ।
थकी-थकी सी फज़ाएँ बुझे-बुझे तारे
बडी उदास घडी है ज़रा ठहर जाओ।
नहीं उम्मीद कि हम आज की सहर देखें
ये रात हम पे कड़ी है ज़रा ठहर जाओ।
अभी न जाओ कि तारों का दिल धडकता है
तमाम रात पड़ी है ज़रा ठहर जाओ।
फिर इसके बाद कभी हम न तुम को रोकेगें
लबों पे साँस अडी है ज़रा ठहर जाओ।
दम-ए-फिराक मै जी भर के तुमको देख तो लूँ
ये फैसले की घड़ी है ज़रा ठहर जाओ।
*******************************
जख्म शादाब देखते हैं मुझे
दर्द बेताब देखते हैं मुझे।
ख्वाब देखे थे टूट कर मैंने
टूट कर ख्वाब देखते हैं मुझे।
दाग़-ए-दिल जौ-फिशाँ हुए यूँ
कि शम्स-ओ-महताब देखते हैं मुझे।
खुल गया हो न दोस्ती का भरम
डर के अहबाब देखते हैं मुझे।
मुझमें शायर तो और है 'पिन्हाँ'
और अबब देखते हैं मुझे।
***************************
खातिर से या लिहाज से मैं मान तो गया
झूठी कसम से आप का ईमान तो गया।
दिल ले के मुफ्त कहते हैं कुछ काम का नहीं
उल्टी शिकायतें हुई एहसान तो गया ।
डरता हूँ देखकर दिल-ए-बे-आरजू को मैं
सुनसान घर ये क्यों न हो महमान तो गया।
क्या आए राहत आई जो कुंज-ए-मज़ार में
वो वलवला वो शौक वो अरमान तो गया।
गो नामा-बर से खुश न हुआ पर हज़ार शुक्र
मुझको वो मेरे नाम से पहचान तो गया।
बज्म-ए-अदू में सूरत-ए-परवाना दिल मेरा
गो रश्क से जला तेरे कुर्बान तो गया ।
होश-ओ-हवास-ओ-ताब-ओ-तवाँ 'दाग़' जा चुके
अब हम भी जाने वाले हैं सामान तो गया।
******************************
अपने दीवार-ओ-दर से पूँछते हैं
घर के हालात घर से पूँछते हैं।
क्या कभी जिंदगी भी देखेंगे
बस यही उम्र भर से पूँछते हैं।
जुर्म है ख्वाब देखना भी क्या
रात भर चश्म-ए-तर से पूँछते हैं।
ये मुलाकात आखिरी तो नहीं
हम जुदाई के डर से पूँछते हैं।
जख्म का नाम फूल कैसे पड़ा
तेरे दस्त-ए-हुनर से पूँछते हैं।
ये जो दीवार है ये किसकी है
हम इधर वो उधर से पूँछते हैं।
क्या कहीं कत्ल हो गया सूरज
रात से रात भर से पूँछते हैं।
वो गुजरता तो होगा अब तन्हा
इक इक रहगुज़र से पूँछते हैं।
*************************
Related post-
Mohabbat gazal Hindi | click |
---|---|
Superhit Gazal Hindi | click |
Gazal Hindi | click |
Gazal shayari status गजल शायरी स्टेटस | click |
Chuninda gazale चुनिंदा गजलें | click |
Dard bhari Dard Bhari Gazal | click |
Gazal Hindi shayri | click |
Khamoshi Gazal Hindi | click |
gazal | click |
Bewafai Gazal shayari बेवफाई गजल शायरी | click |